बड़कागांव में देखा गया सूर्य का अद्भुत नजारा

सम दिवा रात्री के मौके पर सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण की ओर लिया करवट

संजय सागर

बड़कागांव : हजारीबाग जिले के बड़कागांव के पंकरी बरवाडीह के इक्विनोक्स स्थल में सूर्योदय का अद्भुत नजारा 21 मार्च को देखा गया . सम दीवा रात्री के मौके पर सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण की ओर करवट लेते हुए देखा गया.यह स्थल हजारीबाग – बड़कागांव रोड स्थित पंकरी बरवाडीह के भोक्ता स्थान तालाब के पासपूरब दिशा में है. यहां 23 सितंबर को भी सूर्योदय के इस अद्भुत नजारा को देखने की परंपरा है. 21 मार्च को अहले सुबह पंकरी के एक्विनोक्स पॉइंट में श्रीलंका, पश्चिम बंगाल रांची, हजारीबाग एवं बड़कागांव की लोग सूर्योदय का नजारा को देखने पहुंचे हुए थे . लेकिन 4:30 बजे से ही पूर्व दिशा की ओर बादल छाया हुआ था. बादल नहीं छटने से कई खगोल प्रेमी निराश होकर वापस लौट गए .लेकिन श्रीलंका एवं बंगाल से आए हुए लोग बादल छटने का इंतजार करते रहे. 6:13 पर धीरे-धीरे बादल छटने लगे, तो कई लोगों का पांव एक लोक पॉइंट में. 6:18 पर सूर्य बादलों को चीरते हुए दिखाई दिया तो लोग खुशी से उछल पड़े . इक्विनोक्स पॉइंट में खड़े हुए दो मेगालिथ पत्थर के बने वी आकार के खड्ड से सूर्य लालिमा लिए हुए दिखाई दिया जिसे देख कर लोग खुश नजर आए. इस तरह का नजारा बेल्जियम, इंग्लैंड, मध्य अमेरिका में भी देखा जाता है.

इस ऐतिहासिक एवं भौगोलिक स्थल के आसपास क्षेत्र में एनटीपीसी द्वारा कोयला खदान बनाया जा रहा है. जिस कारण यह महत्वपूर्ण स्थल के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है. इस पर किन्हीं सरकारी पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि का ध्यान नहीं है. यह स्थल आने वाले पीढ़ी के लिए प्रयोशाला के रूप में काम आ सकता है. श्रीलंका के कोलंबिया यूनिवर्सिटी के अध्यापक डॉक्टर सुरजीत घोष, रांची बीआईटी मेसरा के अध्यापिका रिचा शर्मा, डॉ गोविंद शर्मा , पश्चिम बंगाल से आए हुए कौशिक दे सरकार ,अर्पण द, अनुभा चौधरी, स्नेहा कौर, कौशिकी कुंडू, कोंकणा घोष, सुरजीत घोष ,दिलीप दा ,राजेश, श्री कथ समेत बड़कागांव के शिक्षक व ग्रामीण मौजूद थे.

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